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Friday, 8 September 2017

गौरी लंकेश कौन थी ???

Who is Gauri Lankesh ?
An Activist or  an Aberrant Woman ???

हाल ही में कर्नाटक में 5 सितंबर को एक महिला पत्रकार गौरी लंकेश की कुछ अज्ञात लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी। हत्यारे कौन थे और उनका क्या मकसद था  वो तो जांच के बाद ही पता चलेगा । टीवी चैनलों पर ओर अखबारों में एक दूसरे पर आरोप - प्रत्यारोपों का दौर शुरू हो गया है।

             लेकिन मेंने यह पोस्ट सिर्फ आपको यह बताने के लिए लिखी है कि आखिर गौरी लंकेश कौन थी। वेसे तो पूरा ब्यौरा आपको विकिपीडिया पर भी मिल जाएगा।
लेकिन एक बात जो विशेष है वो ये की गौरी लंकेश  देशद्रोही उमर खालिद , कन्हैया कुमार और कम्युनिस्ट शेहला राशिद की माँ  थी  मतलब इनको गौरी लंकेश ने गोद लिया हुआ था।
                       हो सकता है कि गौरी लंकेश ने कुछ अच्छे काम भी किये हों लेकिन इन देशद्रोहियों की माँ बनकर तो भारत माता का अपमान ही किया है।

                 मेरी ये बात समझ से परे है कि देश के खिलाफ बोलकर , पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने को अभिव्यक्ति की आजादी समझा जाता है। ऐसे देश द्रोहियों को एक भारतीय स्त्री ( गौरी लंकेश ) अपने पुत्रों का दर्जा देती है।
                 जब उनके पारिवारिक जीवन पर नजर डालते हैं तो पता चलता है कि रिश्तों के नाम पर विशेष कुछ भी नहीं। भाई से मनमुटाव , पति से अलगाव , डाइवोर्स ( वेसे महिला सशक्तिकरण के अभियान में ज्यादातर यही पाया गया है कि ऐसी तथाकथित सशक्त 99% महिलाओं का पारिवारिक जीवन कमजोर , बिखरा हुआ , विवादग्रस्त और अवसाद से घिरा होता है ,   , क्या यही परिभाषा है महिला सशक्तिकरण की ??? ) 

                        खैर हम बात कर रहे हैं लंकेश गौरी की जो हिन्दुत्त्व के खिलाफ , तथाकथित हिन्दू कट्टरवाद के खिलाफ थी।
और समर्थन किसका करती थी JNU में भारत विरोधी नारों का , देश मे फर्जी इन्टॉलरेंस का । Open Sex का , वामपंथी विचारधारा का, देशद्रोही गतिविधियों का , नक्सलवाद का ।
मानवाधिकारों केवल आतंकवादियों के ही नजर आते थे।
दक्षिण में RSS कार्यकर्ताओं की हत्या पर जश्न मनाती थी और सोशल मीडिया पर " स्वच्छ केरलंम " लिखकर पोस्ट करती थी।

                समझ मे नहीं आता की पूरे देश, विश्व  मे जो आतंकवादी गतिविधियां हो रही है , जेहाद चलाया जा रहा है उसका ये लोग जैसे गौरी लंकेश , रविश , बरखा दत्त  , राजदीप सरदेसाई , द वायर के संपादक , कांग्रेसी , मायावती , आजम खां , लालू , ममता बनर्जी आदि #प्रखरता से विरोध क्यों नहीं करते।

और जो लोग आतंकवाद का विरोध करते हैं उन्हें संघी , BJP , शिवसेना वाले कहकर बुलाया जाता है।  उन्हें मुस्लिम विरोधी बताया जाता है। अरे भाई वो आतंकवाद का विरोध कर रहे हैं ना कि मुस्लिमों का।

मुस्लिम तो देश के नागरिक हैं। में उन सभी लोगों से पूछना चाहता हूं कि देश विरोधी ताकतों के खिलाफ खड़े होने का ठेका आपने संघी , भाजपाइयों , शिवसैनिकों ओर बजरंग दल वालों को ही क्यों दे रखा है , आप खुद क्यों नहीं आगे आकर आतंकवाद का विरोध करते हो ???

                       आप जैसे देशद्रोहियों को सिर्फ आतंकवादियों का ही मानवाधिकार नजर आता है। सैनिकों की शहादत नजर नहीं आती। सैनिकों की मौत पर , बम विस्फोट में मारे गए लोगों के लिए इस गौरी लंकेश ने कोई आर्टिकल , कोई संवेदना लेख कभी नहीं लिखा , ना कुछ सोशल मीडिया पर कुछ लिखा।

              वेसे भी इन लोगों को आतंकवादी भी घास  नहीं डालते , बस ये फालतू ही बक बक करते रहते हैं। बेगानी शादी में अब्दुल्ला दीवाना जैसी Condition है इनकी।

                            लेकिन  इन सभी लोगों को समझ मे आ जाना चाहिए कि अब व्यक्ति जागरूक हो चुका है और यही जागरूकता देश विरोधी किसी भी ताकत को बर्दाश्त नहीं करेगी। अब तुम सब रविश , बरखा , उमर , कन्हैया , शेहला वगैराह कितना ही चिल्ला लो , जल्दी ही अपने आपको सभी हाशिये पर खड़ा पाओगे। बहुत नाटक हो चुका देश मे , अब फिर से देशभक्ति का जज्बा लोगों में जाग चुका है जो कुछ सालों से गलत या मौन नेतृत्व के कारण सो चुका था।

और यही जागृति इन वामपंथियों , देशद्रोहियों की परेशानी का कारण बन रही है।

फिर भी हम हत्या का किसी भी प्रकार से समर्थन नहीं करते।

Yogendra Barthunia
Divya Rudraksh Institute
Jaipur , PH - 8233955973 , 7976022816

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